
इस समय England में सियासी हलचल बढ़ रही है। इसी संकट के बीच में प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने इस्तीफा दे दिया है। ऐसा दावा ब्रिटिश मीडिया स्काई न्यूज ने किया है. बीबीसी और… और न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का कहना की जॉनसन आज इस्तीफा देने को राजी है और आज इस्तीफा दे सकते है। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने दिया इस्तीफा
बोरिस जॉन्सन के अपने पार्टी कंजर्वेटिव पार्टी में बगावत हो गयी है लगभग 40 मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके है। और प्रधानमंत्री पे भी दबाव बनाया जा रहा है अपने पद से इस्तीफा देने के लिए। बिपक्ष की लेबर पार्टी भी प्रधानमंत्री जॉनसन से इस्तीफे की मांग कर रही है। Resignation of Boris Johnson (बोरिस जॉनसन)
बोरिस जॉनसन ने अपने पद पे बने रहेंगे
अगर बोरिस जॉन्सन अपने पद से इस्तीफा दे भी देते है उसके बाद भी वो अपने पद पर बने रहेंगे। जब तक की नया कोई और प्रधानमंत्री चुन लिया जाता है। बीबीसी के मुताबिक, अक्टूबर में नया प्रधानमंत्री चुना जाएगा तब तक बोरिस जॉनसन अपने पद पे बने रहेंगे।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने क्रिस पिंचर की नियुक्ति की थी उसके लिए बगावत हुई है। इस शाल प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन क्रिस पिंचर को अपने पार्टी .Resignation of Boris Johnson (बोरिस जॉनसन)
कंजर्वेटिव पार्टी का चीफ व्हिप . व्हिप नियुक्त किया था 30 जून को ब्रिटिश अखबार ‘द सन’ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था , क्रिस पिंचर ने लंदन के एक क्लब में दो युवकों के साथ आपत्तिजनक तरीके से छुआ था. पिंचर पर पहले से ही कई यौन सोसण के आरोप लगते रहे हैं.
बोरिस जॉनसन ने अपने पद से इस्तीफा क्यों दिया
द सन की रिपोर्ट आने के बाद क्रिस पिंचर ने डिप्टी चीफ व्हिप के पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, उनके अपने ही पार्टी के सांसदों का कहना था कि जॉनसन को उनके.ऊपर लगे आरोपों की जानकारी पहले से ही थी,
उसके बाद भी उन्हें नियुक्त किया गया. वहीं, 1 जुलाई को सरकार के प्रवक्ता ने कहा था कि प्रधानमंत्री जॉनसन को इन आरोपों की .जानकारी नहीं थी. लेकिन 4 जुलाई को फिर सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि जॉनसन को पिंचर पर लगे आरोपों की जानकारी पहले से थी, लेकिन इसके लिए नियुक्ति न करना सही नहीं समझा, क्योंकि आरोप अभी तक साबित नहीं हुए थे.
5 जुलाई को कंजर्वेटिव पार्टी के मंत्री ने ऋषि सुनक ने सबसे पहले इस्तीफा दिया था. उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा था कि लोगों को उम्मीद होती है कि सरकार ठीक तरह से काम करे और जनता खुस रहे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया . वहीं, साजिद जाविद ने अपने इस्तीफे में लिखा था कि सरकार राष्ट्र हित में काम नहीं कर रही है.