Kashi, इस सावन में महज 13 दिन में 27 लाख श्रद्धालु पहुंचे बाबा विश्वनाथ के दर्शन ,Tempal

 

Kashi, इस सावन में महज 13 दिन में 27 लाख श्रद्धालु पहुंचे बाबा विश्वनाथ के दर्शन ,Tempal
Kashi, इस सावन में महज 13 दिन में 27 लाख श्रद्धालु पहुंचे बाबा विश्वनाथ के दर्शन ,Tempal

Kashi, इस सावन में महज 13 दिन में 27 लाख श्रद्धालु पहुंचे बाबा विश्वनाथ के दर्शन ,Tempal

ललिता घाट और विश्वनाथ मंदिर परिसर के बीच के हॉल के हिस्से को ‘मंदिर चौक’ नाम दिया गया है। यह हॉल 5.2 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें 33,075 वर्ग फुट में काशी विश्वनाथ मंदिर का परिसर है। इस हॉल में एक साथ 02 लाख लोग जमा हो सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दुर्जेय श्रीकाशी विश्वनाथ हॉल के निर्माण के बाद बनारस की भव्यता और बढ़ गई है। इस साल सावन के महीने में बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं ने भी रिपोर्ट तोड़ दी है।

सावन महीने के 13 दिनों के भीतर ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए 27 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। सावन के पहले सोमवार को पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे, जबकि दूसरे सोमवार को छह लाख से ज्यादा लोगों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए.

दैनिक भास्कर के अनुसार इन दिनों बाबा विश्वनाथ के दरबार में औसतन डेढ़ से तीन लाख श्रद्धालु दर्शन व पूजा के लिए आ रहे हैं। मंदिर प्रशासन का कहना है कि आज तक इतने श्रद्धालु सावन में कभी नहीं आए। यह अपने आप में एक रिपोर्ट है।

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ सुनील वर्मा के जवाब में, “अब सभी को काशी के अधिपति के नव-भव्य धाम को देखने की जरूरत है। 50,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले विश्वनाथ धाम में इस बार श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भी धक्का नहीं देना पड़ेगा।

 

वर्मा ने कहा कि भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर में हर तरह की व्यवस्था की गई है। गर्मी से बचने के लिए कूलर व पंखे लगाए गए हैं। इन्हें धूप से बचाने के लिए तैयारी की गई है। साथ ही पीने के पानी और साफ-सफाई की भी विशेष व्यवस्था की गई है। इसके अलावा श्रद्धालुओं की मदद के लिए वॉलंटियर्स भी तैनात किए गए हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ हॉल को समर्पित किया था। इस दौरान देश की अलग-अलग नदियों से लाए गए पानी को गंगाजल में मिलाकर करीब 20 मिनट तक पूजा-अर्चना की गई।

काशी हॉल के आयोजन के लिए मंदिर के चारों ओर के घरों और दुकानों का अधिग्रहण कर लिया गया था और इस जगह को एक नए तरीके से विकसित किया गया था और भव्यता दी गई थी। जीवनदायिनी गंगा बैंक के ‘ललिता घाट’ से पानी लेकर विश्वनाथ मंदिर में सीधे प्रवेश की व्यवस्था है।

ललिता घाट और विश्वनाथ मंदिर परिसर के बीच के हॉल के हिस्से का नाम ‘मंदिर चौक’ रखा गया है। यह हॉल 5.2 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें 33,075 वर्ग फुट में काशी विश्वनाथ मंदिर का परिसर है। इस हॉल में एक साथ 02 लाख लोग जमा हो सकते हैं।

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